शीर्षक-मेरा प्रणाम.....
डॉक्टर है भगवान का रूप,
यह तो सबने जाना था ।
पर कोरोना से बचाने,
भगवान को खुद डॉक्टर बनकर आना था ।
जिन डॉक्टर ने दिया अपना कीमती समय ,
और किया कोरोना का काम तमाम ।
उन सभी डॉक्टरों को,
मेरा प्रणाम ।
क्या कहूँ पुलिस के लिए,
नाम लेते ही हमारे मन में उठता है सम्मान ।
ना डरे थे कभी ,
ना दरेंगे कभी ,
सारे दुश्मन हैं एक समान ।
इनके रहते ,
कोरोना कभी ना कर पायेगा अपना काम ।
इन कर्मवीर पुलिस जवान को मेरा प्रणाम ।
करते हैं दिन रात सफाई ,
भुल के सारे निजी काम ।
जात पात व धरम से ऊपर उठकर,
भेद भाव का किया काम तमाम ।
इनका भरपुर है सहयोग,
साफ हो शहर,गली और हर ग्राम ।
इन सफाई कर्मचारियो को,
मेरा प्रणाम ।
डॉक्टर है भगवान का रूप,
यह तो सबने जाना था ।
पर कोरोना से बचाने,
भगवान को खुद डॉक्टर बनकर आना था ।
जिन डॉक्टर ने दिया अपना कीमती समय ,
और किया कोरोना का काम तमाम ।
उन सभी डॉक्टरों को,
मेरा प्रणाम ।
क्या कहूँ पुलिस के लिए,
नाम लेते ही हमारे मन में उठता है सम्मान ।
ना डरे थे कभी ,
ना दरेंगे कभी ,
सारे दुश्मन हैं एक समान ।
इनके रहते ,
कोरोना कभी ना कर पायेगा अपना काम ।
इन कर्मवीर पुलिस जवान को मेरा प्रणाम ।
करते हैं दिन रात सफाई ,
भुल के सारे निजी काम ।
जात पात व धरम से ऊपर उठकर,
भेद भाव का किया काम तमाम ।
इनका भरपुर है सहयोग,
साफ हो शहर,गली और हर ग्राम ।
इन सफाई कर्मचारियो को,
मेरा प्रणाम ।
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